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Bharat ka Bhugol ka Parichay - भारत के भूगोल का परिचय

Bharat ka Bhugol ka Parichay - भारत के भूगोल का परिचय

भारत के भूगोल का परिचय - ईसा से 3000 वर्ष पूर्व भी भारतीयों को नक्षत्र ज्ञान था, ऋग्वेद में नक्षत्रों का उल्लेख है। बौद्धकाल में ईसा से लगभग 400 वर्ष पूर्व भारतीय ज्योतिष का सिद्धान्त काल प्रारम्भ होता है। इस काल में आर्यभट्ट, वराहमिहिर ब्रह्मगुप्त आदि विख्यात गणितज्ञ, ज्योतिषी हुए थे। 

Bharat ka Bhugol ka Parichay - भारत के भूगोल का परिचय

भारत के प्रख्यात खगोलवेत्ता आर्यभट्ट थे। आर्यभट्ट ने पृथ्वी को एक गोलाकार पिण्ड बताया और पृथ्वी को परिधि लगभग 24,835 मील बताई थी जो वर्तमान काल में भू-वैज्ञानिकों द्वाराबताई गई परिधि (24,901 मील) के बहुत कुछ समान है। आर्यभट्ट के बाद सबसे प्रसिद्ध खगोलवेत्ता वराहमिहिर थे, उनके पंचसिद्धान्तिका नामक खगोलिकी ग्रन्थ में पाँच पद्धतियों की व्याख्या है।

भास्कराचार्य (1114 ई.) ने सिद्धान्त शिरोमणि ग्रन्थ की रचना की थी। उनके अनुसार पृथ्वी गोल है तथा अपने गुरुत्वाकर्षण बल के कारण सब चीजों को अपनी ओर खींचती है। जयपुर के महाराजा जयसिंह ने जयपुर, दिल्ली, उज्जैन, काशी और मथुरा में खगोलिकी वेधशालाएं बनवाई थी। 

भारतीय भूगोलवेत्ताओं में एस. पी. चटर्जी, एम. एम. अली, मोहम्मद शफी, एच. एल. छिब्बर, रामलोचन सिंह, आर. एन. दुबे, आर. एल. द्विवेदी, जॉर्ज कुरियन, सी.डी. देशपाण्डे, ए. आर. तिवारी, इनायत अहमद, पी. दयाल, उजागर सिंह, सविन्द्र सिंह, आर.पी.मिश्रा, एन. भट्टाचार्य, इन्द्रपाल आदि उल्लेखनीय है। प्रोफेसर आर. एल. सिंह ने भारत में नगरीय भूगोल के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। डॉ. सिंह ने 'भारत: प्रादेशिक अध्ययन ग्रन्थ का सम्पादन भी किया है। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा National Geographical Journal of India नामक पत्रिका को प्रकाशित किया जाता है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के द्वारा The Geographer नामक भौगोलिक पत्रिका प्रकाशित की जाती है। भारत में भूगोल का सबसे महत्वपूर्ण संगठन NAGI (National Association of Geographers of India) है, जो ANNALS नामक पत्रिका का प्रकाशन कर रहा है। NAGI को स्थापना का श्रेय प्रो. सी. डी. देशपाण्डे, प्रो. एल. एस. भट्ट, प्रो. मुन्शी रजा और श्री ए. एन. शर्मा को है।

भारत के भूगोल की प्रमुख विशेषताएँ

भारत का भूभाग 11 प्रतिशत पर्वतीय 18 प्रतिशत पहाड़ी, 28 प्रतिशत पठारी व 43 प्रतिशत मैदानी है। समुद्री संपर्क की दृष्टि से श्रीलंका सबसे समीपवर्ती देश है। इंडोनेशिया का उत्तरी सुमात्रा, अंडमान द्वीपों के सबसे समीप है। चेन्नई के समीप भारत के औसत समुद्री तल को शून्य मीटर ऊँचा माना गया है। 

हिन्द महासागर-एशिया महाद्वीप के दक्षिण भाग में स्थित भारत विश्व का अकेला ऐसा देश है, जिसका नाम किसी महासागर (हिन्द महासागर) से जुड़ा है।

आकृति - 

भारत की आकृति चतुष्कोणीय है। भारत भूमध्य रेखा के उत्तर में अवस्थित है तथा कर्क रेखा इसके मध्य से होकर गुजरती है। भारत का लगभग आधा भाग, जिसमें प्रायद्वीपीय भारत सम्मिलित है, उष्ण कटिबंध में आता है तथा उत्तर का आधा भाग उपोष्ण कटिबंध के अन्तर्गत आता है।

क्षेत्रफल- 

भारत का भौगोलिक क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी. है, जो विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है। क्षेत्रफल व जनसंख्या की विशालता के कारण क्रेसी का कहना है कि भारत को उपमहाद्वीप कहलाने का उतना ही अधिकार है जितना की यूरोप को। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का रूस, कनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया के बाद सातवाँ स्थान है। भारत की अक्षांशीय स्थिति 8°4 से 37°6° उत्तरी अक्षांश तथा 687 से 97°25 पूर्वी देशांतर तक है।

राज्य- 

भारत में 28 राज्य व 9 केन्द्रशासित प्रदेश हैं, तेलंगाना 28 वाँ राज्य है। तेलंगाना (Telangana)- 2 जून, 2014 को आन्ध्रप्रदेश के 10 उत्तर पश्चिम जिलों को उससे अलग करते हुए भारत के29वें राज्य तेलंगाना का गठन किया गया है। 

तेलंगाना चार राज्यों से घिरा एक भू-आवेष्ठित (Landlocked) राज्य है जिसके पश्चिम में कर्नाटक, उत्तर एवं उत्तर-पश्चिम में महाराष्ट्र, उत्तर-पूर्व में छत्तीसगढ़ तथा पूर्व एवं दक्षिण में आन्ध्र प्रदेश राज्य अवस्थित है।

  • कुल क्षेत्रफल- 1,14,840 वर्ग किलोमीटर
  • जनसंख्या (2011) -351.94 लाख
  • जन-घनत्व- 307 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
  • दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर (2001-2011)-
  • 13.58 प्रतिशत
  • राज्य का लिंगानुपात- 988
  • साक्षरता दर- 66.46 प्रतिशत

जनसंख्या- 

भारत की विशालता के कारण इसे उपमहाद्वीप की संज्ञा दी गई है। इसका धुर दक्षिणी भाग भूमध्य रेखा से मात्र 876 किमी. दूर है। विश्व की लगभग 17.5% जनसंख्या यहाँ निवास करती है।

टाइम जोन-

टाइम जोन एक क्षेत्र होता है, जिसका कानूनी, व्यावसायिक एवं सामाजिक उद्देश्यों की दृष्टि से अपना एकीकृत मानक समय होता है। यह पूरे क्षेत्र में एक ही समय पर व्यावसायिक एवं संचार की दृष्टि से सुविधाजनक होता है। स्वतंत्रता के बाद से भारतीय मानक समय (IST) की गणना 82°30 पूर्वी देशांतर पर स्थित मिर्ज़ापुर (उत्तरप्रदेश) के आधार पर की जाती है। 

स्वतंत्रता के बाद ही केंद्रीय वेधशाला चेन्नई से मिर्जापुर के पास स्थानांतरित की गई। सबसे पूर्वी और सबसे पश्चिमी क्षेत्र के बीच 29 डिग्री देशांतर का अन्तर है। इसी कारण से पूर्वी हिस्से एवंपश्चिमी हिस्से में सूर्योदय एवं सूर्यास्त के बीच 2 घंटे का अन्तर होता है।

अवस्थिति- 

भारत के उत्तर-पश्चिम में पाकिस्तान और अफगानिस्तान, उत्तर में चीन, नेपाल और भूटान, में म्यांमार (बर्मा) और पश्चिम बंगाल के पूर्व में बांग्लादेश स्थित हैं। दक्षिण में हिन्द महासागर हैं। यहाँ मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य भारत को श्रीलंका से पृथक करते हैं। 

भारत एवं अफगानिस्तान की सीमा रेखा काफी छोटी है। यह वर्तमान में पाक अधिकृत कश्मीर (POK) के अन्तर्गत अवस्थित है। POK 1947 में पाकिस्तान ने स्थानीय कबायली लोगों के सहयोग से जम्मू-कश्मीर रियासत पर आक्रमण कर जम्मू-कश्मीर के कुछ क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया। बाद में जम्मू कश्मीर रियासत ने भारत में विलय की घोषणा की, लेकिन मामला UNO चला गया। 

अत: भारत ने आक्रमण कर कब्जे वाले क्षेत्र को पुनः भारत में नहीं मिलाया। जम्मू कश्मीर का यह हिस्सा भारत का होते हुए भी पाकिस्तान के कब्जे में है जिसे हम पाक अधिकृत कश्मीर के नाम से जानते हैं।

सीमाएं- 

भारत उत्तर से दक्षिण तक 3214 किमी. लम्बा तथा पूर्व से पश्चिम तक 2933 किमी. चौड़ा है। इसकी स्थलीय सीमा की लम्बाई 15200 किमी. है एवं मुख्य भूमि (अंडमान निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप समूहों को मिलाकर) की कुल तटीय लम्बाई 7516.6 किमी. है।

 देश के चतुर्दिक अन्तिम सीमा बिन्दु

  1. दक्षिणतम बिन्दु- इंदिरा प्वांइट (ग्रेट निकोबार द्वीप) भूमध्य रेखा से 876 किमी. दूर है।
  2. उत्तरतम बिंदु- इंदिरा कौल (जम्मू-कश्मीर)
  3. पश्चिमोत्तम बिन्दु- गौर मोता (गुजरात)
  4. पू्रर्वोतम बिन्दु- किविधु (अरुणाचल प्रदेश)
  5. मूख्य भूमि को दक्षिणी सीमा- कन्याकुमारी

भारत की जलीय सीमाएं

प्रादेशिक जल सीमा (Territorial Sca)- यह भारतीय तट रेखा से 12 समुद्री मील दूर तक स्थित है। इस क्षेत्र उपयोग में लेने का भारत को पूर्ण अधिकार है।

संलग्न क्षेत्रमण्डल (Contiguous Zone)- इसके अन्तर्गत प्रादेशिक जल सीमा से आगे 12 समुद्री मील (तट रेखा में समुद्री मील) का क्षेत्र आता है, जिसमें भारत को राजकोषीय अधिकार प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित अधिकार, कानून लागू करने तथा सीमा शुल्क से संबंधित अधिकार प्राप्त है।

अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone)- इसमें संलग्न क्षेत्र मण्डल के आगे का 176 समुद्री मील का क्षेत्र को (तट रेखा से 200 समुद्री मील) सम्मिलित किया जाता है, जिसमें सागरीय जल शक्ति, भारत को खनिज मंद सागरीय जीवों आदि के सर्वेक्षण, विदोहन, संरक्षण एवं अनुसंधान करने के अधिकार प्राप्त है।

समुद्री मील (Nautical Mile-NM) 1.85200 किमी.

पुडुचेरी (पांडिचेरी) - इस केन्द्रशासित प्रदेश का फैलाव तीन राज्यों में है। इसके अन्तर्गत चार क्षेत्र (1) पुडुचेरी (मुख्य)- तमिलनाडु की सीमा में, (2) कराईकल तमिलनाडु की सीमा में, (3) यनम आन्ध्रप्रदेश की सीमा में तथा (4) माहे- केरल की सीमा में अवस्थित है।

भारत की सीमा को छुते राष्ट्र- अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, नेपाल, चीन

कर्क रेखा- कर्क रेखा भारत के मध्य भाग से 8 राज्यों मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तथा गुजरात से होकर गुजरती है।

गुजरात- भारत की सर्वाधिक लम्बी तटीय रेखा वाला राज्य

आन्ध्रप्रदेश- यह भारत का दूसरा सर्वाधिक लम्बी तटीय रेखा वाला राज्य है।

उत्तरप्रदेश - यहाँ भारत में सर्वाधिक 10 लाख की जनसंख्या वाले शहर है। यह राज्य सर्वाधिक अंतरराज्यीय सीमाओं से घिरा हुआ।

त्रिपुरा -बांग्लादेश से तीनों ओर से घिरा राज्य

गोवा, राजस्थान- क्षेत्रफल की दृष्टि से क्रमशः भारत का सबसे छोटा राज्य व सबसे बड़ा राज्य। क्षेत्रफल की दृष्टि से पाँच बड़े राज्य (घटते क्रम में)- राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर

गोवा- सबसे छोटी समुद्र तटीय सीमा वाला राज्य

अरब सागर- अरब सागर के तट पर स्थित राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक तथा केरल हैं। बंगाल की खाड़ी-इसके तट पर स्थित राज्य तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश, ओडीशा और पश्चिम बंगाल हैं।

आंतरिक राज्य- हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना तथा झारखंड हैं।

विभिन्न राज्यों को छूते विविध राज्य एवं राष्ट्र राज्य सीमा को स्पर्श करते राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेश

राज्य

सीमा को स्पर्श करते राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेश

सीमा को स्पर्श करते राष्ट्र

असोम

अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, प. बंगाल

भूटान, बांग्लादेश

अरूणाचल प्रदेश

नगालैंड, असोम

चीन, भूटान, म्यांमार,(बर्मा)

जम्मू-कश्मीर

पंजाब, हिमाचल प्रदेश

अफगानिस्तान, पाकिस्तान, चीन

पश्चिम बंगाल

बिहार, झारखंड, ओडीशा, असोम, सिक्किम

नेपाल, बांग्लादेश, भूटान

उत्तराखंड

हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तरप्रदेश

चीन और नेपाल

सिक्किम

पश्चिम बंगाल

 

नेपाल, चीन, और भूटान

मिजोरम

मणिपुर, त्रिपुरा, असोम

म्यांमार, बांग्लादेश

नागालैंड

असोम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश

म्यांमार

मेघालय

असोम

बांग्लादेश

मणिपुर

नगालैंड, मिजोरम, असोम

म्यांमार (बर्मा)

हिमाचल प्रदेश

जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब

चीन

बिहार

पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश

नेपाल

गुजरात

राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र,दादर-नागर हवेली,दमन व दीव

पाकिस्तान

उत्तरप्रदेश

हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दिल्ली (सर्वाधिक 8 राज्य)

नेपाल

राजस्थान

पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात

पाकिस्तान

त्रिपुरा

असोम, मिजोरम

बांग्लादेश

पंजाब

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान

पाकिस्तान

हरियाणा

पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान

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झारखंड

बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़

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आंध्र प्रदेश

ओडिशा, छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु

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छत्तीसगढ़

झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, ओडिशा

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तमिलनाडु

आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी

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ओडिशा

झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़

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महाराष्ट्र

गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक

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मध्यप्रदेश

उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान

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कर्नाटक

महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल

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केरल

कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी

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गोवा

महाराष्ट्र, कर्नाटक

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तेलंगाना

महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश

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भारत की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा-

देश

UNO में प्रवेश की तिथि

भारत-अफगानिस्तान-80 किमी.

चीन (C)

24 अक्टूबर 1945

भारत-बांग्लादेश -4096 किमी.

अफगानिस्तान (A)

16 नवम्बर 1946

भारत-म्यांमार-1458 किमी.

 पाकिस्तान (P)

30 अक्टूबर 1947

भारत-पाकिस्तान-3310 किमी.

म्यांमार (M)

19 अप्रैल 1948

भारत-चीन -3917 किमी.

नेपाल (N)

14 दिसम्बर 1955

भारत-नेपाल-1752 किमी.

भूटान (B)

 

21 दिसम्बर 1971

भारत -भूटान -587 किमी.

बांग्लादेश (B)

 

17 सितम्बर 1974

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